कंपनियां मौजूदा क्षमता में कैसे बेहतर काम किया जा सके इस पर अपना फोकस रखेंगी
मंदी ने स्थापित कॉरपोरेट कंपनियों से लेकर स्टार्टअप तक को बुरी तरह प्रभावित किया है. न सिर्फ़ नौकरियां गईं बल्कि कंपनियों ने नए कर्मचारियों की भर्ती में भी कटौती करनी शुरू कर दी है.